जरा इधर सुनिये !

दिल्ली लिसनिंग ग्रुप एक तेज़ी से बदलते शहरी माहौल में काम करता है, जहाँ शहर के कागज़ी नक्शे और मनसूबे उसकी रोज़मर्रा ज़िंदगी से पल-पल दूर छूटते जा रहे हैं। शहर को नये ढंग से सुनने और सुनने के अलग-अलग तरह के तरीकों के बीच हम संवाद और लेन-देन के जरिये अपने इस काम को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। हमारी नज़र में, शहर को समझने के लिए नक्शों और योजनाओं की पनाह में जाने की बजाय सुनना एक ऐसा साधन है जो शहर की रोज़मर्रा की जिंदगी का ज्ञान रचने और आवाज़ व शोर की परिभाषाओं को बदलने वाले सिलसिलों का सुराग देता है।

यहाँ आपको हमारे और हमारे काम-काज के बारे में जानकारी मिलेगी और बीते कुछ सालों के कुछ प्रोजेक्ट्स की झलक भी मिलेगी।
हमारी हर मुमकिन कोशिश यही है कि हम हिन्दुस्तानी और अंग्रेजी, दोनों ज़ुबानों में आपसे बात करें। बावजूद इसके यहाँ आपको भाषाओं की खिचड़ी मिलेगी क्योंकि हमारा कारोबार ही भाषाओं के साथ खेलने का रहा है।
आप चाहें तो इस वेबसाइट पर दिये गये पते पर ई-मेल भेज सकते हैं , हमारे ब्लॉग के साथ चल सकते हैं या फिर नीचे जाकर हमारे बेमियादी  न्यूज़लेटर के लिए रजिस्टर भी करा सकते हैं। अगर आप इतने चैाकन्ने हैं तो हमारे साथ सुनने के रियाज़ में शामिल हों!